डॉक्टर्स से आइसोलेशन वार्ड में बदसलूकी करते हुए नजर आ रहे  
कानपुर । दिल्ली मरकज से आये तबलीगी जमातियों को आइसोलेट करने के बाद उन सभी जमातियों ने अस्पताल प्रबंधन की मुश्किलें और चिंताए बढ़ा दी है। हैलट के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना पॉजिटिव भर्ती इन जमातियों के बर्ताव से अब स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिंता की लकीरे गहराने लगी है । आलम यह है कि ये सभी स्वास्थ्य परीक्षण तो दूर की बात उल्टा उनकी देखरेख में 24 घण्टे लगे उन डॉक्टर्स से आइसोलेशन वार्ड में बदसलूकी करते हुए नजर आ रहे है। खास बात यह कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो का उल्लंघन करते हुए वे सभी 6 जमाती एक जगह एकत्र होकर फब्तियां कसना और सीढ़ियों पर थूकना ,बीड़ी सिगरेट की मांग करना यह सभी संक्रमण को बढ़ाने का कार्य कर रहे है जिससे अस्पताल कर्मचारियों को भी उन सभी से दहशत में दिखाई देने लगे है। खास बात यह कि इन कोरोना संक्रमित जमाती दवा खाने से मना कर रहे और खाना पीना की मांग कर रहे है।ऐसे में इन जमातियों को जरा सा भी इल्म नही दिखता की इसका नतीजा कितना भयावह हो सकता है पूरी मनमानी करने में जुटे हुए है तो वही इन 6 जमातियों के उपचार के साथ ही 22 जमातियों को शक के घेरे में रखा गया है। इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट सीएमओ को भेज दी गयी है। मेडिकल कालेज की प्राचार्या आरती लाल चन्दनी की मानें तो दिन रात हमारा स्टाफ इन कोरोना संक्रमित लोगों की देखरेख में लगा है खुद अपने परिवारों से दूर है केवल इनकी सुरक्षा के लिए लेकिन जिस तरह से इन जमातियों ने डॉक्टर्स के साथ बर्ताव किया है वह चिंतनीय है । कहीं थूक रहे है ,बदसलूकी कर रहे है आपस मे एकत्र हो रहे पूरी मनमानी करने में जुटे हुए है । यह बहुत कठिन समय है हमारे स्टाफ के लिए 21 दिन बाद इन सभी की ड्यूटी बदली जाती है। तब तक लगातार वे खुद भी परिवार से दूर रहकर इनकी सुरक्षा ने लगे है लेकिन जो बर्ताव इन जमातियों द्वारा किया गया वह अच्छा नही है हमारी मांग है कि ऐसा दोबारा न हो।