- बीते दिनों वरिष्ठ पत्रकार से भी नजीराबाद इंस्पेक्टर कर चुके हैं अभद्रता
कानपुर । कोरोना महामारी के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पूरे देश सहित कानपुर में भी लॉकडाउन जारी है। इस लॉकडाउन में आईजी ने पुलिस को सख्त निर्देश दिया है कि पुलिस मीडिया कर्मियों, समाचार पत्र वितरकों और स्वास्थ्य के साथ सफाई आदि कामों में लगे लोगों को परेशान न किया जाये। इसके बावजूद पुलिस बेलगाम बनी हुई है और आये दिन इन्ही लोगों पर अभद्रता की जा रही है। शनिवार को एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया और समाचार पत्र वितरक को पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी।
जारी लॉकडाउन में पुलिस जहां लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर लठ्ठ चला रही है तो वहीं उन लोगों भी नहीं बख्स रही है जो आवश्यक कार्य में लगे हुए हैं। यही नहीं मीडिया कर्मियों से भी बदसलूकी करने में पुलिस पीछे नहीं हटती। बीते दिनों टीवी चैनल के एक वरिष्ठ पत्रकार से नजीराबाद इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी ने अभद्रता की थी, जिसका मामला आईजी मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी अनंत देव तक पहुंचा था। जिस पर सभी आलाधिकारियों ने इंस्पेक्टर को कड़ी फटकार लगायी थी और एसएसपी ने तो यहां तक कह दिया था कि लॉकडाउन के बाद कार्रवाई के लिए तैयार रहना। इसी दौरान आईजी ने सख्त निर्देश दिया था कि मीडिया कर्मियों और समाचार पत्र वितरकों को पुलिस परेशान नहीं करेगी। इसके बावजूद पुलिस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। जिसके चलते शनिवार को एक समाचार पत्र वितरक की पिटाई कर दी गयी। समाचार पत्र वितरक महेन्द्र शुक्ला के मुताबिक सुबह 9ः30 बजे बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के चार रॉड चौराहे पर अखबार बाट रहा था, इसी दौरान थाना के दारोगा हरि शंकर यादव व कॉन्सटेबल लोकेश और निरंजन गुप्ता पहुंच गये। उन्होंने सीधे आते ही लॉकडाउन का हवाला देकर गाली देकर अभद्रता करने लगे, जिसका विरोध किया गया तो तीनों मारपीट करने लगे। तीनों की पिटाई से हाथों में गंभीर चोटें आ गयी हैं। समाचार पत्र वितरक ने बताया कि इसकी शिकायत एसपी साउथ से फोन पर करने का प्रयास किया पर उनका फोन नहीं उठा। बताया कि एसपी साउथ से मिलकर अपनी पीड़ा रखूंगा और मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र भी दूंगा। अब देखने वाली बात यह है कि दारोगा व सिपाहियों की इस करतूत पर पुलिस विभाग क्या कार्यवाही करता है।
जारी लॉकडाउन में पुलिस जहां लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर लठ्ठ चला रही है तो वहीं उन लोगों भी नहीं बख्स रही है जो आवश्यक कार्य में लगे हुए हैं। यही नहीं मीडिया कर्मियों से भी बदसलूकी करने में पुलिस पीछे नहीं हटती। बीते दिनों टीवी चैनल के एक वरिष्ठ पत्रकार से नजीराबाद इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी ने अभद्रता की थी, जिसका मामला आईजी मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी अनंत देव तक पहुंचा था। जिस पर सभी आलाधिकारियों ने इंस्पेक्टर को कड़ी फटकार लगायी थी और एसएसपी ने तो यहां तक कह दिया था कि लॉकडाउन के बाद कार्रवाई के लिए तैयार रहना। इसी दौरान आईजी ने सख्त निर्देश दिया था कि मीडिया कर्मियों और समाचार पत्र वितरकों को पुलिस परेशान नहीं करेगी। इसके बावजूद पुलिस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। जिसके चलते शनिवार को एक समाचार पत्र वितरक की पिटाई कर दी गयी। समाचार पत्र वितरक महेन्द्र शुक्ला के मुताबिक सुबह 9ः30 बजे बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के चार रॉड चौराहे पर अखबार बाट रहा था, इसी दौरान थाना के दारोगा हरि शंकर यादव व कॉन्सटेबल लोकेश और निरंजन गुप्ता पहुंच गये। उन्होंने सीधे आते ही लॉकडाउन का हवाला देकर गाली देकर अभद्रता करने लगे, जिसका विरोध किया गया तो तीनों मारपीट करने लगे। तीनों की पिटाई से हाथों में गंभीर चोटें आ गयी हैं। समाचार पत्र वितरक ने बताया कि इसकी शिकायत एसपी साउथ से फोन पर करने का प्रयास किया पर उनका फोन नहीं उठा। बताया कि एसपी साउथ से मिलकर अपनी पीड़ा रखूंगा और मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र भी दूंगा। अब देखने वाली बात यह है कि दारोगा व सिपाहियों की इस करतूत पर पुलिस विभाग क्या कार्यवाही करता है।