कानपुर को कोरोना के संक्रमण से बचाने की जितनी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की है, उतनी ही आपकी भी है। ऐसे में अपने को संक्रमण से बचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुशासन आप को खुद मानना होगा। जरूरी सामान की आपूर्ति हो सके और लोगों को समस्या न हो, इसके लिए शुक्रवार को भी सुबह चार बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक दुकानें खुली रहेंगी। इस दौरान दुकानदारों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए टोकन समेत सभी व्यवस्था करनी होगी वरना कार्रवाई की जाएगी। फल, सब्जी के ठेलेवाले घर तक सब्जी फल ले जाकर बेच सकेंगे।
जिले की सीमाएं सील करने के चलते प्रभावित हुई खाद्य सामग्री की आपूर्ति पटरी पर लाने के लिए आटा, दाल, चावल, दूध, सब्जी और दवा समेत अन्य जरूरी खानपान की वस्तुओं वाले वाहन नहीं रोके जाएंगे। शाहजहांपुर, बरेली, उन्नाव, कानपुर देहात, फतेहपुर, कन्नौज सहित अन्य जनपदों के वाहन शहर की मंडियों तक आ जा सकेंगे। नौबस्ता और चकरपुर मंडी में बड़े वाहनों और लोडर के माध्यम से माल पहुंचेगा। इन वाहनों को पास जारी किया जाएगा। इसके लिए इन जिलों के जिलाधि कारियों से बात की गई है ताकि वह भी वहां इन वाहनों को पास जारी कर सकें। गुरुवार को मंडलायुक्त डॉ. सुधीर एम बोबडे ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को इन व्यवस्थाओं के निर्देश दिए और पालन सुनिश्चित कराने के लिए कहा।
जिले में छोटी बड़ी करीब 87 मंडियां, जहां सब्जी व अन्य आवश्यक खाद्य सामान की बिक्री होती है। लॉक डाउन के बाद भी इन स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं और भीड़ हो रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने मंडियों में भीड़ न होने देने के लिए दुकानदारों को निर्देश दिया है कि वह चौड़ी सड़क अथवा खुले मैदान में सुनिश्चित दूरी पर सामान बिक्री करें।
पालतु जानवरों के चारों में कोई कमी नहीं आएगी। जिला प्रशासन द्वारा तय समय में खुले वाली दुकानों के समय चारे की भी दुकानें खोली जा रही हैं। आवश्यक सेवा में जानवरों का चारा भी शामिल है। पशु चिकित्साधिकारी डॉ आरपी मिश्र ने बताया कि गौशाला में चारा पर्याप्त है। साथ ही चारा की दुकानें बंद नहीं की गई हैं। उनको खोला जाएगा। अगर कोई बंद करा रहा है तो दुकानदार शिकायत करें। उस पर कार्रवाई की जाएगी।