लॉकडाउन के दूसरे दिन सख्त हुआ प्रशासन, शहर हुआ वीरान


कानपुर । पूरी दुनिया में जानलेवा बना कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री की अपील पर जहां रविवार को जनता कर्फ्यू लगा तो वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रविवार को ही कानपुर सहित 16 जनपदों को लॉकडाउन घोषित कर दिया। ऐसे में जहां पहले दिन सोमवार को शहर में ढील दिखी तो वहीं दूसरे दिन मंगलवार को प्रशासन सख्त नजर आया। प्रशासन की सख्ती के चलते मंगलवार को सुबह आठ बजे से 11 बजे तक ही आवश्यक सामग्री की दुकानें खुल सकी। इसी दौरान लोग घरों से कुछ दूरी तक निकले और आवश्यक सामग्री खरीदने के बाद फिर घरों पर घुस गये। तो वहीं पुलिस के जवान चौराहे-चौराहे पर गश्त दे रहे हैं और किसी को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। चीन के वुहान शहर से निकला जानलेवा कोरोना वायरस इन दिनों पूरी दुनिया के लिए महामारी बन चुका है। ऐसे में इससे बचने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री की अपील पर जनता ने खुद जनता कर्फ्यू लगा लिया तो वहीं देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर सहित 16 जिलों को लॉकडाउन घोषित कर दिया। हालांकि अब इसको बढ़ाकर 27 मार्च तक कर दिया गया है और अब पूरे प्रदेश में लॉकडाउन होगा। शहर की बात करें तो लॉकडाउन के पहले दिन सोमवार को ढील रही, जिसकी खबरें शासन तक पहुंची तो प्रशासन को सख्त फटकार लगाई गयी। शासन की फटकार पर मंगलवार को दूसरे दिन प्रशासन सख्त नजर आया और किसी भी दुकान को दोपहर 11 बजे के बाद नहीं खुलने दिया गया। लोग 11 बजे तक ही आवश्यक सामग्री की खरीद कर सके। इसके बाद पुलिस ने सभी लोगों को घरों पर कैद कर दिया। हालांकि कुछ लोगों को छोड़कर आम जनमानस भी इस महामारी के खात्मे को लेकर सजग है और मुख्यमंत्री के आदेशों का अक्षरशः पालन कर रही है। मंगलवार को जनपद की सभी सड़कें वीरान रही और जो भी लोग निकल रहे थे वह बहुत ही जरुरी काम के लिए। यहां तक अस्पतालों में वही मरीज जा रहे थे जिनको भारी परेशानी रही। ज्यादातर लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए मोहल्ले तक ही सीमित रहे। हालांकि बैंक, अस्पताल और राशन दुकानें आदि आवश्यक कार्य के लिए खुले रहें, पर राशन दुकान को छोड़कर कहीं भी अधिक लोगों की भीड़ नहीं देखी गयी। किराना की दुकानों में भी सुबह ही लोगों की भीड़ रही और खाद्य सामग्री खरीदने के बाद फिर लोग अपने को घरों पर कैद कर लिये। इलाहाबाद बैंक मैनेजर सौरभ शर्मा ने बताया बैंक में कर्मचारी अपने निर्धारित समय पर आये पर ग्राहक नाममात्र के ही आ रहे हैं। ऐसे में कर्मचारी बैंक का अन्य काम कर रहे हैं, हालांकि सभी कर्मचारियों को नहीं बुलाया गया है। सभी एटीएम में रुपया पर्याप्त है और किसी भी ग्राहक को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन ही बेहतर उपाया है और जनता का भी भरपूर सहयोग मिलता देखा जा रहा है।
जिला प्रशासन ने लिया जायजा लॉकडाउन शहर में कितना प्रभावी है इसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए जिलाधिकारी डा. ब्रह्म देव राम तिवारी एसएसपी अनंत देव के साथ सड़कों पर निकले। आलाधिकारियों ने रावतपुर, काकादेव, सिविल लाइन, नौबस्ता और बर्रा इलाकों में घूम-घूमकर शहर का हाल लिया और ड्यूटी में मुश्तैद पुलिस कर्मियों को उचित दिशा निर्देश दिये। शहर के लगभग सभी चौराहों पर पुलिस गश्त करती दिखी और लोगों को घरों पर रहने की अपील की गयी। जिलाधिकारी डा. ब्रह्म देव राम तिवारी ने लोगों से अपील की कि कहीं बाहर न निकलें। अनावश्यक भीड़ न लगाएं और सार्वजनिक स्थानों पर न जाए, क्योंकि वे उस दौर में खड़े हैं, जहां थोड़ी सी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। जनपद में पूरी तरह पुलिस और प्रशासन की गश्त बनी हुई है।
जनपद में किसी भी तरह की कोई गतिविधि नहीं होगी। जनपद में अब यह व्यवस्था 27 मार्च तक लागू रहेगी। उन्होंने कहा कि किसी आपात स्थिति में अगर किसी परिवार को जरुरत होगी तो 112 सेवा उसके लिये उपलब्ध रहेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के सभी उपजिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी बराबर मॉनिटरिंग करते रहेंगे। अगर किसी को किसी प्रकार की समस्या है तो कंट्रोल रुम से संपर्क करें। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से संचालित रहेंगी और किसी को अगर कोई समस्या होती है तो एंबुलेंस तत्काल पहुंचेगीं और समुचित इलाज कराया जाएगा। बड़ा चौराहा से कराया गया वापस आम जनता को कोरोना वायरस से बचाने के लिए पूरे उत्तर प्रदेश को लॉकडाउन किया गया है। कुछ जिलों के लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे है, लेकिन कानपुर में कई जगहों पर लापरवाही भी देखने को मिली। कानपुर के बड़े चौराहे पर पुलिस उन लोगां को वापस लौटा रही है, जो बगैर किसी कारण के अपने घरों से निकल रहे है। ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस के जवान उनको लगातार हिदायत देकर समझाने का प्रयास कर रहे है। वहीं बादशाही नाका व रामदेवी पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है। पुलिस लगातार घोषणा करके जनता को सावधान कर रही है कि ग्यारह बजे तक अपने काम निपटाकर घरों को जाय, अन्यथा उन पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। 11 बजे के बाद पुलिस व प्रसाशन की सख्ती के बाद लोगों का निकलना कम हुआ और जो जबरजस्ती निकलने का प्रयास करते दिख रहे उनका चालान भी किया जा रहा है। एसपी सिटी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि कानपुर में सुबह छह बजे से 11 बजे तक छूट दी गई अब सभी को प्रतिबंध कर दिया गया है। 11 बजे सायरन बजा कर एलाउंस करवाया गया है जो लोग बिना कारण निकल रहे है उनके ऊपर कार्यवाही की जा रही है और चालान किया जा है ।