कोरोना का खौफ: खून की जांच के लिए मरीजों की उमड़ रही भीड़


                       जिला चिकित्सालय के पैथोलाजी कक्ष के बाहर मरीजों की भीड़।  
फतेहपुर। पड़ोसी देश चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस धीरे-धीरे पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रहा है। कोरोना वायरस को भारत में भी महामारी घोषित कर दिया गया है। इसके खौफ का असर पूरी अर्थव्यवस्था के साथ-साथ दैनिक दिनचर्या में भी देखने को मिल रहा है। कोरोना के खौफ के चलते जिला चिकित्सालय समेत अन्य निजी पैथोलाजी में प्रतिदिन खून की जांच के लिए मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। प्रत्येक व्यक्ति कोरोना को लेकर बेहद सतर्क नजर आ रहा है। जिला चिकित्सालय में खून की जांच के मरीजों की संख्या सैकड़ा के पार प्रतिदिन जा रही है। गुरूवार को जिला चिकित्सालय के पैथोलाजी कक्ष के बाहर मरीजों की भीड़ देखी गयी। 
कोरोना वायरस के चलते देश में हुयी कुछ मरीजों की मौत के बाद से केन्द्र एवं प्रदेश सरकार बेहद सतर्क नजर आ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस बीमारी को लेकर स्वयं समय-समय पर मानीटरिंग करके इसके बचाव के रास्ते तलाशे जा रहे हैं। इतना ही नहीं लोगों को इस गम्भीर बीमारी के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। शासन से मिले निर्देशों के क्रम में भी जिला प्रशासन कोरोना को लेकर बेहद सतर्क है। जिलाधिकारी संजीव सिंह द्वारा भी इस बीमारी से निपटने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि सर्दी, खासी, जुकाम, बुखार की समस्या होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाने की बात कही जा रही है। इसका असर भी लोगों में साफ दिख रहा है। कोरोना के खौफ के चलते नार्मल खासी, जुकाम, बुखार आने पर भी मरीज तत्काल चिकित्सकों की शरण में जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय हो या प्राइवेट नर्सिंग होम हर जगह मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। वर्तमान समय में मौसम परिवर्तन के चलते भी लोग सर्दी, खासी, जुकाम व बुखार से पीड़ित है। लेकिन कोरोना का खौफ इन बीमारियों से जूझ रहे लोगों के अन्दर साफ दिखाई दे रहा है। गुरूवार को जिला चिकित्सालय के पैथोलाजी कक्ष के बाहर लगभग डेढ़ सैकड़ा लोगों की भीड़ खून की जांच के लिए दिखाई दी। मरीजों से जब बात की गयी तो उनका कहना रहा कि वह सभी सर्दी, खासी, जुकाम व बुखार से पीड़ित हैं। कोरोना वायरस में भी यही समस्या मरीज के अंदर देखी जाती है। इसलिए वह सभी खून की जांच कराने के लिए आये हैं। पैथोलाजी कक्ष के निरीक्षक ने बताया कि प्रतिदिन ब्लड की जांच के लिए डेढ़ से दो सैकड़ा मरीज यहां आ रहे हैं। क्योंकि सदर अस्पताल में ब्लड जांच निःशुल्क है। इसलिए मरीज यहां ज्यादा आ रहे हैं। इसके अलावा प्राइवेट पैथोलाजी सेन्टरों में भी मरीजों की संख्या बेहद अधिक है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना का खौफ लोगों के अंदर है।