कोरोना बना कमाई का जरिया, कई गुना दामों में बिक रहे मास्क और सैनिटाइजर


कानपुर  (नौशाद )। चीन से चला जानलेवा वायरस कोरोना पूरी दुनिया में हजारों लोगों की मौत की नींद सुला चुका है। कोरोना को लेकर देश, प्रदेश सहित कानपुर में भी लोग खौफ में जी रहे हैं और बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं इसके बचाव के लिए उपयोगी मास्क और सैनिटाइजर आज दुकानदारों पर ऊंचे दामों में भी उपलब्ध नहीं है। कोरोना से बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ते ही जिले में इसकी कालाबाजारी भी शुरु हो गई है तो वहीं जिम्मेदार ब्रेफिक्र हैं। मेडिकल स्टोर्स करीब चार गुने दाम पर इसे बेच लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
कोरोना वायरस के बचाव के लिए चिकित्सकों ने मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग निरंतर करने की सलाह दी है। जिसको लेकर कानपुर नगर के बाजार एवं मेडिकल स्टोंरों पर उपयोगी मास्क और सैनिटाइजर की मांगों में भी बढ़ोतरी हुई है, जिसे लेकर मुनाफाखोर इसकी कालाबाजारी करने लगे है, इससे आम जनता को आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंच रहा है। प्रशासन के मुताबिक जागरुकता व सतर्कता से ही कोरोना से बचाव किया जा सकता है। मास्क और सैनिटाइजर के प्रयोग से संक्रमण से बचा जा सकता है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में संचालित मेडिकल स्टोर पर मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है। मांग बढ़ने के साथ ही इन सामग्रियों के महंगे दामों पर बेचने का सिलसिला भी शुरु हो गया है। पिछले कई दिनों से मास्क और सैनिटाइजर को महंगे दामों पर बेचने की सूचनाएं मिल रही थी। इसकी सच्चाई जानने के लिए शुक्रवार को शहर के कई मेडिकल स्टोर पर पहुंचकर मास्क और सैनिटाइजर की कीमत जानी तो हकीकत सामने आ गई। नाम न छापने की शर्त पर दुकानदारों ने बताया कि इन दिनों मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री बढ़ गई है। इसके पहले कभी पूरे दिन में एक भी मास्क नहीं बिकते थे, सैनिटाइजर को तो कोई पूछता ही नहीं था। लेकिन अब एक दुकान से इनकी बिक्री सौ का आंकडा पार कर रहा है। ऐसे में स्टाक ही नहीं मिल रहा है। बताया गया कि थोक में ही महंगे दामों पर सामग्री मिल रही है। ऐसे में महंगे दामों पर बेचना मेडिकल स्टोर की मजबूरी है। सबसे अधिक संकट एन 95 मास्क को लेकर है। जानकारों की माने तो यह मास्क कोरोना वायरस से बचाने का सबसे अच्छी क्वालिटी का मास्क है। यही वजह है कि इसकी बिक्री अधिक हो रही है। लेकिन यह 150 से 300 रुपये तक बेंचा जा रहा है। इसकी वजह से लोग इसे लेने में भी कतरा रहे है। उधर, स्टाक भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में इस मास्क का संकट गहराता दिख रहा है।
लोगों का कहना - रावतपुर के रमेश गुप्ता, काकादेव के विपुल अग्निहोत्री आदि का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए संकट का  दुकानदार फायदा उठा रहे हैं। 10 रुपये में बिकने वाला मास्क सौ रुपये तक बिक रहा है। उनका कहना है कि दुकानदार मुनाफाखोरी कर देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं, ऐसे मुश्किल की घड़ी में सभी को देश के साथ खड़ा होना चाहिए, जबकि यह लोग देश को लूटने का काम कर रहे हैं।
सरकार बांटे सामग्री - डाक्टर कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर बहुत जरुरी है। इसे सरकार को लोगों में बांटना चाहिए। सरकार को मुनाफखोरों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। जिन लोगों में संभावना होती है उन्हे तत्काल आइसोलेशन में रखा जा रहा है। इसके साथ ही जानकारी मिली है कि मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी हो रही है। इस पर एक टीम का गठन किया गया है और मुनाफाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।