कानपुर,इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत हज़रत सय्यद मो.मुख्तार अशरफ सरकार-ए-कलां र.अ. बहुत बड़े वली थे आप के मुरीदों में बड़ी बड़ी महान हस्तियाँ मौजूद हैं उक्त विचारों को जामिआ अशरफुल मदारिस गद्दियाना में आल इंडिया ग़रीब नवाज़ कौन्सिल के तत्वाधान में आयोजित गरीब नवाज़ हफ्ता के तहत उर्स-ए-सरकारे कलां की महफ़िल में राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत (मौलना) मो. हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना के संरक्षण में मौलाना मोईनुद्दीन अशरफ़ी ने व्यक्त किये।उन्होंने कहा सिलसिला ए चिश्तिया की एक शाखा सिलसिला ए अशरफिया भी है जिस के संस्थापक हज़रत मखदूम अशरफ जहाँगीर समनानी हैं और इसी सिलसिले के एक बड़े सूफी बुज़ुर्ग सरकारे कलां हज़रत सय्यद मो.मुख्तार अशरफ अशरफ़ी उल जीलानी हैं आप ही ने हुज़ूर मुफ़्ती-ए-आज़म हिन्द की नमाज़े जनाज़ा पढाई है आप का जन्म किछौछा शरीफ़ के बहुत शिक्षित एवं सम्मानित खानदान में हुआ आप ने अपना पूरा जीवन दीन के प्रचार प्रसार एवं मानव सेवा में व्यतीत किया और लोगों तक ख्वाजा गरीब नवाज़ के मिशन को पहुँचाया और उस को बढ़ावा दिया आप का मज़ार किछौछा शरीफ़ में लोगों की आस्था का केंद्र है आप के मुरीदीन एवं चाहने वाले केवल भारत ही में नहीं बल्कि यूरोप एशिया समेत पूरी दुनिया में फैले हुए हैं जो ख्वाजा ग़रीब नवाज़ के मिशन को फैला रहे हैं ।अशरफ़ी ने कहा बुजुर्गों से मुहब्बत करें उनका आदर एवं सम्मान करें । मौलाना फ़तेह मो.कादरी ने कहा जो बंदा अल्ल्लाह का हो जाता है तो अल्लाह उस का हो जाता है लिहाज़ा अल्लाह के हुक्म का पालन करो | इस से पूर्व जलसे का आरंभ कुरान ए पाक से कारी उसमान बरकाती ने किया संचालन हाफिज मो.अरशद अशरफ़ी ने किया हदया ए नात व मन्क़बत कारी मो.अहमद अशरफ़ी,हाफिज अख्तर हुसैन ने पेश किये सलातो सलाम एवं मुल्क और आलम ए इस्लाम कि तरक्की व खुशहाली,अमनो अमान के लिए दुआएं कि गयीं तबर्रुक बाँटा गया इस अवसर पर प्रमुख रूप से मौलाना सुहैब मिस्बाही,मौलाना शब्बीर आलम,मौलाना मो.तहसीन रज़ा,मौलाना तौक़ीर आलम कादरी,मौलाना गुलाम अनवर,मौलाना मसूद रज़ा,मौलाना समीउल्लाह,हाफिज़ मो.उस्मान,मास्टर मो.असलम खान,हाफिज़ मो.सबीर अली,मास्टर शाकिर अली,हाफिज़ मसूद अशरफी,हाफिज मो.मुश्ताक आदि उपस्थित थे
जामिआ अशरफुल मदारिस गद्दियाना में उर्स सरकार-ए-कलां मनाया गया