हैलट अस्पताल में गंदगी देख भड़के जिलाधिकारी, लगायी फटकार





- जिलाधिकारी के सवालों का जवाब नहीं दे पायीं मेडिकल कालेज की प्राचार्या

कानपुर । कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है और स्वास्थ्य विभाग को भी सख्त निर्देश दिया गया है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी बानगी उस समय सोमवार को देखी गयी जब जिलाधिकारी ने हैलट अस्पताल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी को जगह-जगह गंदगी मिली और उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी। वहीं व्यवस्थाओं को लेकर जब मेडिकल कालेज की प्रधानाचार्या से जिलाधिकारी ने सवाल किये तो संतुष्ट जनक जवाब नहीं मिल सके।
चीन से चला जानलेवा वायरस कोरोना कानपुर तक पहुंच गया है और इससे बचाव के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। इसके बावजूद सरकारी अस्पतालों में अभी भी वही लचर रवैया अपनाया जा रहा है। जिसकी हकीकत जानने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी डा. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज से संबंध लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) अचानक निरीक्षण करने पहुंच गये। जिलाधिकारी सबसे पहले इमरजेंसी पहुंचे जहां पर कुछ अव्यवस्थाओं व गंदगी देख नाराजगी जताई। उन्होंने मरीजों व तीमादारों का हालचाल भी जाना। उसके बाद गड्ढा युक्त सड़कों को देखकर सड़कों को अतिशीघ्र निर्माण कराने निर्देश दिया। इसके साथ ही कैंटीन के सामने बने पार्क के ऊपर टिन शेड लगवाने की बात कही जिससे तीमारदारों को बैठने की उचित व्यवस्था हो सके। इमरजेंसी के सामने भी टिन शेड लगवाने के जिलाधिकारी ने निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने साफ कहा कि अस्पताल में अव्यवस्थाएं जल्द सही की जाए वर्ना कार्यवाही के लिए तैयार रहें। जिलाधिकारी के निरीक्षण की सूचना पर मेडिकल कालेज की प्रधानाचार्या डा. आरती लाल चंदानी भी मौके पर पहुंच गयी। प्रधानाचार्या को देख जिलाधिकारी ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर कई सवाल दागे जिस पर प्रधानाचार्या सही से जवाब नहीं दे सकीं। इस दौरान हैलट की प्राचार्या डा. आरती लाल चंदानी, डा. विनय कृष्ण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला आदि सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।
सौ कार्ड न बनवाने पर काटा जाये वेतन
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आयुष्मान मित्रों से बात करते हुए पूछा कि पिछले तीन माह में कितने आयुष्मान कार्ड बनाए हैं। इस पर उनके द्वारा सही से उत्तर न दिए जाने और उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सभी आयुष्मान मित्रों को प्रतिदिन 100 कार्ड बनवाने ही है अन्यथा की स्थिति में उनका वेतन न दिया जाए। निरीक्षण के दौरान आउट सोर्सिंग में भर्ती कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि पिछले छह माह से उनको वेतन नहीं मिला है। इस पर एक्शन लेते हुए उन्होंने शासन में बात करते हुए सभी का वेतन दिलाने के लिए उन्हें आश्वासन दिया कि आज शाम तक उनका वेतन मिल जाएगा।
बनाया जाए कोरोना वायरस आइसोलेशन वार्ड
इमरजेंसी के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने कोरोना वायरल आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया, जिसमें 12 बेड की सुविधा के साथ संचालन किया जा रहा है। वार्ड के निरीक्षण के दौरान उन्होंने तत्काल इसे अन्य दूसरे स्थान में जिसमें और बेहतर सुविधा हो उसमे संचालित कराने के लिए स्थान देखने के निर्देश दिए। उन्होंने हैलट अस्पताल के ही परिसर में बने 100 बेड के मातृ शिशु चिकित्सालय में ही कोरोना वायरस आइसोलेशन वार्ड को इसी में ही संचालित कराने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि इस कोरोना वार्ड में टीवी भी लगाई जाये ताकि पीड़ित मरीज का मनोरंजन भी हो वह देश दुनिया से जुड़ा भी रहे।