अबकी बार होली पर भी रहेगी मौसम की मार, बरसेंगे मेघा
- पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आसमान में छाये रहेंगे बादल
- आगामी पांच दिनों तक स्थानीय स्तर पर बारिश के साथ गिरेंगे ओले


कानपुर । उत्तर प्रदेश में अबकी बार होली पर भी मौसम की मार बनी रहेगी, क्योंकि पूरे उत्तर प्रदेश में इन दिनों पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बीते दिनों की भांति शुक्रवार को भी प्रदेश के अधिकांश जनपदों में बारिश के साथ ओले गिरे। बारिश के साथ ओले गिरने से फसलों, खासकर दलहनी फसलों का नुकसान हो रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि यह मौसम आगामी पांच दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा और स्थानीय स्तर पर बारिश होती रहेगी। इसके बाद ही आसमान साफ होने की संभावना है।


अफगानिस्तान से चली पश्चिमी हवाओं से वातावरण में बराबर नमी आती रही और धीरे-धीरे कानपुर परिक्षेत्र सहित पूरे उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया। इधर चार दिनों से उत्तरी पूर्वी चलने लगी और वह भी अरब सागर से नमी ला रही हैं, जिससे वातावरण में आर्द्रता जबरदस्त बढ़ गयी। वहीं हवाओं के बदलने से बादलों में टकराहट बढ़ गयी है, जिससे आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना बढ़ गयी है। वातावरण में पर्याप्त नमी होने के चलते स्थानीय स्तर पर रुक-रुक कर पूरे प्रदेश में बारिश हो रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसका असर कुछ अधिक है और वहां पर ओलावृष्टि भी हुई है। इसी तरह बुन्देलखण्ड के क्षेत्र में भी पहाड़ी क्षेत्र होने से पश्चिमी विक्षोभ बारिश कर रहा है। शुक्रवार को लगभग सभी जनपदों में स्थानीय स्तर पर बारिश हुई है और ओला भी गिरे हैं। कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरेया, इटावा आदि जनपदों के कई इलाकों में ओला गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि अबकी बार होली में भी मौसम की मार बनी रहेगी और 11 मार्च तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इसके बाद ही मौसम में बदलाव आएगा और तापमान भी बढ़ेगा।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. नौशाद खान ने शुक्रवार को बताया कि उत्तरी पूर्वी हवाएं भी नमी ला रही है और वातावरण में पर्याप्त आर्द्रता बनी हुई है। आर्द्रता बढ़ने से बादलों में टकराहट बढ़ रही है। जिससे ओला के साथ बारिश हो रही है। यह मौसम पूरे उत्तर प्रदेश में एक समान है, अभी 11 मार्च तक पूरे उत्तर प्रदेश में ओले के साथ बारिश होती रहेगी। बताया कि आज कानपुर परिक्षेत्र में 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। सुबह की आर्द्रता 79 प्रतिशत और दोपहर की 63 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रही और इनकी रफ्तार 7.8 किलोमीटर प्रति घंटा रही। बताया कि ओलावृष्टि क्षेत्रों में फसलों को अधिक नुकसान हुआ है। खासकर दलहनी फसलें अधिक प्रभावित हो रही हैं और इनके उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि जिन फसलों में दानें पड़ गये हैं या फूल आ रहा है उनके लिए यह मौसम नुकसानदायक है।