भीम आर्मी के भारत बंद का रहा मिला जुला असर, निकाला गया जुलूस



 

           

कानपुर । नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) और एनआरसी के साथ दलितों की हुई पिटाई को लेकर रविवार को भीम आर्मी ने भारत बंद का एलान किया था। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर भारत बंद का समर्थन किया और बाजारों को बंद कराया, हालांकि रविवार को कानपुर में ज्यादातर बाजार बंद रहते हैं, जिससे बंद का मिलाजुला असर दिखा। भारत बंद का ज्यादातर असर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में ही रहा, लेकिन संगठन के लोग भारत बंद को सफल कराने के लिए अन्य इलाकों में गये। संगठन के लोगों के वापस लौटते ही दुकानदारों ने बाजार को खोल दिया। वहीं पुलिस ने सुरक्षा को लेकर अलर्ट दिखी और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटी।

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद द्वारा बुलाए गए भारत बंद का विपक्षी पार्टियों ने समर्थन किया है। यह बंद सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ है जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकारी नौकरियों और पदोन्नति में कोटा देने के लिए बाध्य नहीं हैं। इसके अलावा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) और दलितों की पिटाई को लेकर भी बंद बुलाया गया है। भारत बंद का कानपुर में ज्यादा कोई असर तो आज नहीं दिखा क्यांकि कानपुर पहले से ही रविवार की वजह से बंद रहता है, लेकिन भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने एक जुलुस निकाल कर अपने बंद का समर्थन जरूर किया। भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताआें ने ईदगाह चौराहे से जुलूस निकाल कर सीएए व एनआरसी के साथ आरक्षण रोके जाने का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस भी भारी तादात में तैनात रही। भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष कौशल बाल्मीकि   ने बताया कि हमने आज आरक्षण रोके जाने और नए कानून के विरोध में जुलूस निकाला है, और उसके विरोध में भारत बंद किया है। भीम आर्मी के नगर अध्यक्ष ने बताया कि हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से व्यापारियों से बंद के समर्थन की अपील कर रहे हैं।

केन्द्र सरकार के खिलाफ हुई नारेबाजी
भीम आर्मी के आह्वान पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता ईदगाह चौराहे पर एकत्र हुए। यहां पर कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए इसे काला कानून करार दिया। उन्होंने इस कानून को खत्म करने की मांग उठाई। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जाम लगा दिया। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर जमकर नारेबाजी की गई। जाम की वजह से लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने का काम कर रही है। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अनुसूचित जाति के लोगों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं।

किसी भी अप्रिय घटना से बचें
चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा, ’मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करता हूं कि 23 फरवरी के भारत बंद में सहयोग करें। जय भीम। मेरी पूरे बहुजन समाज से अपील है कि नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाना हमारा मौलिक अधिकार है इसलिए शांतिपूर्ण ढंग से भारत बंद करवाएं। किसी भी अप्रिय घटना से बचें। भाजपा के लोग आपको उकसाने की कोशिश करेंगे किसी भी प्रकार के उकसावे में न आएं।

सुरक्षा को लेकर अलर्ट रही पुलिस
भीम आर्मी के भारत बंद के एलान के इनपुट पर पुलिस प्रशासन ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के पहले से ही कड़े इंतजाम कर दिये थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव सभी थानेदारों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि किसी भी क्षेत्र में भीड़ सड़क पर उतरी तो थानेदार निलंबित किए जाएंगे। सीओ भी जिम्मेदार होंगे। सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस फोर्स तैनात है। रविवार सुबह पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में फ्लैगमार्च भी निकाला। एडीजी जय नारायण सिंह का कहना है कि हम स्थिति पर पैनी निगाह बनाए हुए हैं। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट को एक-दूसरे से साझा किया जा रहा है। फिलहाल मिले इनपुट के अनुसार भारत बंद का कानपुर जोन में कोई खास फर्क नहीं पड़ा। भारत बंद के दौरान सोशल मीडिया की वजह से हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, हम निश्चित रूप से हाई अलर्ट पर हैं और हमारी नजर संभावित उपद्रवियों पर है। सोशल मीडिया पर खासतौर से नजर रखी जा रही है।