कोहरे के साथ 4.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा पारा, सर्दी बरकरार

- घरों में दुबकने को मजबूर हुए शहरवासी, ब्रेन स्ट्रोक का बढ़ा खतरा

कानपुर । पहाड़ों से हो रही बर्फवारी से मैदानी क्षेत्रों में लगातार सर्दी बढ़ती जा रही है और अब कोहरा भी कहर बरपा रहा है। बुधवार को न्यूनतम पारा पांच डिग्री से भी नीचे जा पहुंचा, जिससे शहरवासी घरों पर दुबकने को मजबूर हो गये। इस कड़ाके की सर्द में ब्रेन स्ट्रोक का भी खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में सर्दी में और इजाफा होगा।
दिसम्बर के आखिरी दिनों में ठंड और गलन से कंपकंपाते लोगों के सामने अब कोहरा भी कहर बनकर टूट रहा है। कोहरे के चलते सड़कों पर दृश्तया भी प्रभावित हो रही है। वहीं न्यूनतम पारा 4.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने से सीजन की सबसे ठंडी रात का रिकॉर्ड भी टूटते नजर आया। दिन में सूर्यदेव निकले तो लोगों को मामूली राहत मिली। मौसम विभाग का कहना है कि कुछ दिनों पहले जहां अधिकतम पारे में गिरावट ने पिछले पांच दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया, वहीं अब न्यूनतम पारा भी रिकॉर्ड कायम करता जा रहा है। पहाड़ों पर हो रही बर्फवारी और उत्तर पश्चिमी हवाओं की वजह से ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को हवाओं की गति कुछ धीमी रही लेकिन यह भी राहत देते हुए नजर नहीं आयी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. नौशाद खान ने बुधवार को बताया कि पहाड़ों पर हो रही बर्फवारी, सर्द हवाओं और कोहरे के कहर की वजह से रात का पारा और गिर गया। इसी के साथ सीजन की सबसे ठंडी रात का रिकॉर्ड भी टूट गया। गलन और ठंड का असर यह रहा कि रात का पारा 4.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इसकी वजह से लोग सुबह तक कंपकंपाते रहे। शीतलहर के साथ हुई सुबह में सड़कों पर भी अपेक्षाकृत सन्नाटा देखा गया। बताया कि आज का अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके साथ ही सुबह की आर्द्रता 94 फीसदी और दोपहर की आर्द्रता 75 फीसदी रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिमी रही और इनकी रफ्तार 1.8 किमी. प्रति घंटा रही।
दृश्यता हुई प्रभावित - दिन में गलन और ठंड के साथ कोहरे का ऐसा कहर टूटा कि सड़कों पर दृश्यता तक प्रभावित हो गई। कोहरे की वजह से सुबह के समय दृश्यता बमुश्किल 50 मीटर तक ही नजर आ रही थी। इसकी वजह से जो राहगीर निकले, वह भी अपने वाहन की लाइट जलाकर निकले। कोहरे की वजह से वाहनों की रफ्तार में भी कमी देखी गई।