जश्ने ग़ौसुलवरा व इस्लाहे मुआशिरा का छठा जलसा जूही लाल कालोनी में आयोजित


कानपुर:शहंशाहे बगदाद सरकार गौसे आज़म शेख मुहीउद्दीन अब्दुस कादिर जीलानी रजि अल्लाहु अन्हु की बारगाह मे खिराजे अक़ीदत पेश करने के लिए तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के जेरे एहतिमाम छठा सालाना 11 रोज़ा जशने गौसुलवरा व इस्लाहे मुआशिरा का सिलसिला जारी है जिसका छठा जलसा मदरसा तालीमुल कुरान अहले सुन्नत मस्जिद 22 ब्लाक जुही लाल कालोनी मे हुआ जिसकी सदारत तन्जीम के सदर हाफिज़ व कारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने की मदरसा के मुदर्रिस हज़रत अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद काजिम रज़ा ओवैसी ने खिताब फरमाते हुए कहा कि सरकार गौसे आजम पैदाईशी वली हैं आपके वालिदे ग्रामी हज़रते अबू सालेह मूसा जंगी दोस्त रजि अल्लाहु अन्हु के विसाल के बाद आपने अपनी वालिदा से कहा अम्मा जान मै आला तालीम हासिल करने के लिए बगदाद जाना चाहता हूँ जब्कि उन्हे माँ के शिकम मे इल्मे जाहिर व इल्मे बातिन मालुम है बावजूद उसके आप बगदाद शरीफ जाने की गुजारिश कर रहे हैं आपकी वालिदा माजिदा ने खुशी खुशी जाने की इजाज़त दे दी साथ ही आपकी सदरी मे 40 दिरहम रूपये डाल दिए और एक नसीहत की कि बेटा हालात चाहे जैसे भू हों लिकन तुम झूठ मत बोलना उसके बाद आप रवाना हो गए रास्ते मे आपका डाकुओ से सामना हुआ उसने पूछा आाके पास कुछ है कहा हाँ है तो डाकु ने समझा कि ऐसे ही कह रहे होंगे फिर डाकुओ के सरदार ने पूछा कि कुछ है कहा हाँ 40 दिरहम है जब तलाशी ली गई तो कुछ न मिला फिर आपने सदरी के अन्दर से पैसे निकाल कर दिखाए उसपर डाकुओ के सरदार को बहुत हैरत हुई तो सरकार गौसे आजम ने डाकुओ के सरदार से कहा कि मेरी माँ ने मुझे नसीहत की थी कि जैसे भी हालात हो लेकिन झूठ मत बोलना तो हमने अपनी माँ से वादा कर लिया था अगर हम झूठ बोलते तो वादा खिलाफी होती इसलिए हमनो बताया इसपर डाकुओ के सरदार ने कहा कि एक यह शख्स हैं जो झूठ नही बोलते और हम लोग हैं कितना ज्यादा झूठ बोल को खुदा को नाराज़ करते हैं डाकुओ के सरदार समेत 40 डाकुओ ने तौबा की और कलमा पढ़ा और सबके सब अल्लाह के वली हो गए आज हमारे मुआशिरे मे हमारी माँ बहने इस कदर झूठ बोलती हैं जिसका कोई हिसाब नही हम उन लोगो को यह पैगाम देना चाहते हैं कि जब गौसे आज़म की वालिदा ने झूठ न बोलने की नसीहत की उसकी बरकत से 40 डाकुओ ने तौबा की तो अगर हमारी माँ बहने अब से झूठ न बोलने की नसीहत कर लेंगी तो हमारे घरों मे उसकी बरकतें भी रहेगी और हर मोड़ पर कामयाबी हमारे कदम चूमेगी और गौसे वलियोंं के सरदार होने के बावजूद तालीम हासिल करने के लिए बगदाद गए ऐ मुसलमानो आप लोग भी अपने बच्चो को दीनी व दुनियावी तालीम जरूर हासिल कराओ जब हमारे पास इल्म होगा जभी हम कामयाब होंगे  इससे पहले जलसे का आगाज़ तिलावते कुरान पाक से हाफिज़ वारिस बरकाती ने किया और निजामत मौलवी मुईनुद्दीन ने की हाफिज़ हारून बरकाती,कारी आदिल अजहरी ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ जलसे के बाद शीरनी तकसीम की गई इस मौके पर इजहार आलम बरकाती,हयात जफर हाशमी, इम्तियाज़ अहमद,नियाज़ अहमद,इमरान छंगा पठान,अब्दुर्रज्जाक,नग्गन भाई,नाजिश हुसैन,रिजवान हुसैन, मोहम्मद ईशान आदि लोग मौजूद थे!