डा. अजय संखवार फिर बने नगर स्वास्थ्य अधिकारी, दो डाक्टरों का हटना तय..





- राजनेताओं की सह और सीएमओ की मर्जी से एक पद पर तैनात है तीन डाक्टर 

 

कानपुर। (Naushad Khan ) शासन ने बुधवार को डा. अजय संखवार को फिर से कानपुर नगर निगम में नगर स्वास्थ्य अधिकारी पद पर तैनात कर दिया। जिससे अब यहां पर इस पद पर चार डाक्टरों की तैनाती हो गयी है। एक ही पद पर चार डाक्टरों के होने से नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में आज दिनभर चर्चा का केन्द्र बना रहा। हालांकि एक डाक्टर के पास मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी का भी चार्ज है। जिससे यह माना जा रहा है कि दो डाक्टरों का हटना तय है। हटने वाले डाक्टरों में एक सीएमओ के कृपा पात्र हैं तो दूसरा एक सांसद का करीबी है।

नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग इन दिनों अजीब उधेड़बुन में फंसा हुआ है. यह उधेड़बुन इसलिए बढ़ गई है क्योंकि नगर निगम में नगर स्वास्थ्य अधिकारी रहे डॉ. अजय संखवार को वापस लौट आए हैं। इस बार उनकी तैनाती सीएमओ की जगह शासन ने दी है। ऐसे में सीएमओ अब उन्हे नहीं हटा सकते हैं। अजय के अलावा यहां पर तीन और नगर स्वास्थ्य अधिकारी पहले से तैनात हैं। ऐसे में नगर स्वास्थ्य अधिकारी की महत्वपूर्ण कुर्सी को लेकर खींचतान शुरु हो गया है। इसी उधेड़बुन में फंसे नगर निगम के आला अधिकारी अब बीच का उपाय खोजने पर मजबूर हो गए हैं।

नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में वर्तमान में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर डा. अमित सिंह गौर, डा. चन्द्रशेखर और डा. प्रमिला निरंजन तैनात हैं। बुधवार को डा. अजय संखवार को शासन ने बतौर नगर स्वास्थ्य अधिकारी बना दिया। जिससे अब इस पद पर चार डाक्टरों की तैनाती हो गयी, जबकि नियमतः एक पद पर एक ही डाक्टर की तैनाती होनी चाहिये। इनमें डा. प्रियंका निरंजन के पास मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी का भी चार्ज है। इन तीनों की तैनाती मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा की गयी है, वहीं डा. अजय की तैनाती शासन द्वारा की गयी है। डा. अमित सिंह गौर भाजपा के एक सांसद के परिजन भी हैं और उनको राजनीति का संरक्षण भी प्राप्त है। इसी तरह डा. चन्द्रशेखर सीएमओ का कृपापात्र है। शासन द्वारा डा. अजय की तैनाती होने से यह माना जा रहा है कि अब वह सीएमओ द्वारा की गयी नियुक्ति का विरोध करेंगे और दो डाक्टरों का हटना तय है। 

 

डा. अजय पहले भी रह चुके नगर स्वास्थ्य अधिकारी

डा. अजय संखवार नगर निगम में पूर्व में भी नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर तैनात रह चुके हैं। उनके खिलाफ सत्ताधारी दल के कुछ पार्षदों ने शासनस्तर तक शिकायत की थी। यही नहीं, नगर निगम कर्मचारी संगठन भी डॉ. अजय संखवार के खिलाफ तत्कालीन नगर आयुक्त से शिकायत कर चुके थे। इसी के बाद डॉ. अजय संखवार को तबादला परिवहन विभाग में कर दिया गया और उनकी जगह सीएमओ ने डॉ. अमित सिंह गौर को नगर निगम में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर भेजा था। इसके बाद डा. चन्द्रशेखर और डा. प्रमिला निरंजन की तैनाती कर दी गयी। 

 

दो डाक्टरों का हटना तय

नगर स्वास्थ्य अधिकारी जैसी महत्वपूर्ण कुर्सी किसके पास रहेगी, इसको लेकर दिनभर नगर निगम में चर्चाओं का दौर चलता रहा। नगर निगम के सूत्रों के मुताबिक, इनमें से डॉ. प्रमिला निरंजन के पास मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी का चार्ज है, लिहाजा उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है। अब एक कुर्सी को लेकर तीन डॉक्टरों के बीच खींचतान मची हुई है। ऐसे में कहा जा रहा है कि नगर निगम के आला अधिकारी सीएमओ को पत्र लिखने की तैयारी कर रहे हैं। इस पत्र में सीएमओ से कहा जाएगा कि उन्होंने जो नगर निगम में नियुक्ति की हैं, उसे वापस ले लें। ऐसे में डा. चन्द्रशेखर और डा. अमित का नगर निगम से जाना तय है।