अलाव के लिए कानपुरवासी ताक रहे हैं नगर निगम का मुंह
- फुटपाथ पर जीवन यापन करने वाले लकड़ियां खरीदकर अलाव जलाने को हैं मजबूर


कानपुर । पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी और तेज हवाओं के चलते कानपुर परिक्षेत्र में शीतलहर बढ़ गयी है। सर्द हवाओं के कारण ठंड लगातार बढ़ रही है। आठ दिन में दो बार 50 वर्षों का रिकॉर्ड टूटने के बावजूद नगर निगम अफसर अपने घरों में आराम फरमा रहे हैं। शहर के मुख्य चौराहों पर कहीं भी अलाव नहीं जलाये जा रहे हैं। सड़कों पर रात बिताने वाले लोग ठंड से कांप रहे हैं और लकड़ियां खरीदकर अलाव जलाने को मजबूर हैं। वहीं, नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही चौराहों पर अलाव दिखने लगेंगे।

सर्द हवाओं व पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण शहर का पारा लगातार गिरता जा रहा है, जिससे ठिठुरन बढ़ गयी है। ऐसे में सर्दी से निपटने के लिए नगर निगम द्वारा हर साल प्रमुख चौराहों पर अलाव जलवाये जाते हैं, ताकि लोगों को ठिठुरन भरी ठंड से राहत मिल सके। अबकी बार शहर के चौराहों पर नगर निगम द्वारा अलाव नहीं जलवाये जा रहे हैं। ऐसे में सर्दी से बचने के लिए चारों ओर अलाव जलाने की मांग उठ रही है। सड़कों के किनारे जीवन यापन करने वाले बेसहारा गरीब ठंड से ठिठुर रहे हैं। शीतलहर व सर्द हवाओं के सबसे पहले शिकार वही लोग होते हैं, जिनका जीवन यापन सड़कों के किनारे गुजरता है। सड़क किनारे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए रात के समय अलाव ही ठंड से बचाव का एकमात्र सहारा होता है। गुरुवार को जब कानपुर पिछले पांच दशक में सबसे ज्यादा ठंडा रहा तो भी नगर निगम के अधिकारी कागजी कार्रवाई ही करते दिखे। शहर के प्रमुख चौराहों का जायजा लेने पर कहीं भी नगर निगम के अलाव जलते नहीं दिखे। किदवईनगर, बारादेवी, जूही, गौशाला, नौबस्ता, यशोदानगर, बाकरगंज, नंदलाल चौराहा, निरालानगर, साकेतनगर तिराहे, बर्रा पटेल चौक, बड़ा चौराहा, मूलगंज चौराहा, नरौना चौराहा, घंटाघर, जरीब चौकी, फजलगंज, विजयनगर, अफीमकोठी आदि चौराहों पर अलाव नहीं जल रहे थे। चौराहों के चारों कोनों पर कहीं भी अलाव नजर नहीं आया। एक-दो जगहों पर अलाव जलता हुआ दिखा, पर वहां जाने पर लोगों ने बताया कि लकड़ियां खरीदकर अलाव जलाया जा रहा है।
नगर निगम के अधिशाषी अभियंता अशोक भाटी ने बताया कि रैन बसेराओं पर बेहतर व्यवस्था की गयी है और उन पर लोग रह भी रहे हैं। इसके साथ ही शहर के प्रमुख चौराहों को चिन्हित किया गया है और जल्द ही वहां पर अलाव जलाये जाएंगे। इसके लिए महापौर प्रमिला पाण्डेय खुद निगरानी कर रही हैं।