तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम जशने आमदे रसूल का तीसरा जलसा मछरिया मे आयोजित
कानपुर :खालिके काएनात ने सबसे पहले हमारे आका सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नूर को पैदा फरमाया, फरमाने रसूल अलैहिस्सलाम है कि अल्लाह ने सबसे पहले मेरा नूर बनाया, दूसरी जगह फरमान होता है कि मैं अल्लाह के नूर से हूँ और काएनात की सारी चीजे मेरे नूर से बनाई गई हैं इन ख्यालात का इजहार तन्जीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के जेरे एहतिमाम जामिया नूरिया मदीनतुल उलूम मुस्तफा नगर मछरिया मे हुए जशने आमदे रसूल के जलसे मे मौलाना मोहम्मद इसराईल कादरी ने किया 12 रोजा जलसे के तीसरे जलसे से मौलाना ने आगे कहा कि 

हज़रते जाबिर से रवायत है कि रसूलुल्लाह अलैहिस्सलाम ने फरमाया एै जाबिर! बेशक अल्लाह ने तमाम चीजो से पहले अपने नूर से तेरे नबी के नूर को पैदा फरमाया, पैदाइश के बाद यह नूर अल्लाह ने जहाँ चाहा दौरा करता रहा, उस वक़्त ना लौह थी ना क़लम, ना जन्नत ना दोज़ख़, ना सूरज ना चाँद, ना इन्सान ना जिन, उसके बाद इसी नूर से तमाम मख़्लूक़ात वजूद में आईं

तन्ज़ीम के मौलाना मोहम्मद आदिल अज़हरी ने खिताब फरमाते हुए कहा कि एक बार हुज़ूर नबिये करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम अपने हुजरे से निकल कर मस्जिदे नब्वी में तशरीफ लाए देखा तो सहाबा हज़रात बैठे आपस में कुछ ज़िक्र कर रहे हैं सरकार ने पूछा तुम लोग क्या कर रहे हो?

सहाबा ने जवाब दिया या रसूलल्लाह हमारे माँ बाप आप पर क़ुरबान हम अल्लाह का शुक्र अदा कर रहे थे इस बात के लिये कि उसमे हमारे बीच इतना प्यारा और सच्चा पैग़म्बर भेजा

सरकार ने यह सुन कर फरमाया कि क्या तुम इस बात के लिये अल्लाह की क़सम खा सकते हो?

सहाबा ने अर्ज़ की हुज़ूर क्या हम झूट बोल रहे हैं जो हमारे आक़ा हमसे क़सम के लिये फरमा रहे हैं?

हुज़ूर ने फरमाया एै मेरे प्यारे अस्हाब अभी जब तुम यहाँ बैठ कर अल्लाह का शुक्र मेरी आमद के लिये अदा कर रहे थे और मैं हुजरे में था तो जिब्रील मेरे पास आए और आकर अर्ज़ किया हुज़ूर आपके सहाबा आपका मीलाद (आपके आने पर अल्लाह का शुक्र) मना रहे हैं और आस्मानों में अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त आपके सहाबा पर फरिश्तों के बीच फख़्र फरमा रहा है कि मैं अपने इन बन्दों से बहुत राज़ी हूँ जो मेरे महबूब के मीलाद के साथ मेरा शुक्र अदा कर रहे हैं जलसे की सरपरस्ती सुन्नी जमीयतुल उलेमा उत्तर प्रदेश के सदर मुफ्ती मोहम्मद इलियास खाँ नूरी और सदारत तन्ज़ीम के सदर हाफिज सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने किया इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरआन पाक से हाफिज मोहम्मद ज़ीशान ने किया हाफिज मोहम्मद उस्मान और मोहम्मद ताहिर ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ कन्वीनर जलसा डा.निसार अहमद सिद्दीक़ी ने आए हुए मेहमानो का शुक्रिया अदा किया इस मौके पर हाफिज़ मोहम्मद मन्सूर,इम्तियाज़ अहमद,मोहम्मद सलीम,अबसार भाई,मुज़फ्फर एहरार,रईस मस्तान,मोहम्मद शाहिद आदि लोग मौजूद थे!