कौशल योजना के जरिये बाल श्रमिकों को मुख्य धारा से जोड़ा जाए : जिलाधिकारी





कानपुर । कौशल विकास सहित कई ऐसी योजनाएं सरकार द्वारा चलायी जा रही हैं जिसके जरिये बाल मजदूरी को रोका जा सकता है। जनपद में जहां भी बाल मजदूर मिले उनको वहां से हटाया जाये और उनके परिजनों से मुलाकात कर स्कूलों में भेजा जाये। इसके साथ ही जो बाल श्रमिक मजदूरी के अलावा अन्य कार्य करना चाहते हैं तो उन्हे कौशल विकास के जरिये मुख्य धारा से जोड़ा जाये। यह बातें शुक्रवार को जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने कही। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में जिस भी फैक्ट्री, दुकान में कोई भी बाल मजबूरी कराते मिले तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही कराते हुए उनके चालान किये जायें। उन बालको की सूची  बीएसए को  देकर उनके घरों के पास प्राथमिक विद्यालयों में उनका पंजीयन कराकर उनको शिक्षित कराने का काम किया जायैं रात्रि मे गेस्ट हाउस, होटलों में औचक छापेमारी कर बाल मजदूरी रोकी जाये। बाल मजदूरी में पकड़े गए बालकों को चिन्हांकन कर उनके पुनर्वासन व अभियोजन कार्य कराया जाये। 14 से 18 वर्ष तक के चिन्हित किशोर श्रमिकों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कौशल विकास योजना तथा शासन की अन्य लाभकारी योजनाओं से उन्हें लाभान्वित भी कराया जाये। ईट भट्ठों पर कार्यरत मजदूरों के चिन्हांकित कर बाल श्रमिकों को कार्यालय से अवमुक्त कराते हुए उन्हें भी निकटतम प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश कराया जाये।