इस्लामी साल का तीसरा महीना रबीउल अव्वल बहुत फजीलत व बरकत का महीना

कानपुर २ नवम्बर / इस्लामी साल का तीसरा महीना रबीउल अव्वल है यह महीना बहुत फजीलत व बरकत का महीना है कि इसी महीने में पैगम्बरे इस्लाम ने इस दुनिया में क़दम रखा बारह रबीउल अव्वल सोमवार के दिन मक्का में आपकी पैदाइश भोर के समय हुईं बारह रबीउल अव्वल ही में आप मदीना तशरीफ़ ले गए इसी महीने में आप ने हज़रत खदीजतुल कुबरा से निकाह फरमाया उक्त विचार आल इण्डिया ग़रीब नवाज़ कौंसिल के तत्वाधान हजरत मौलाना मो.हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना के संरक्षण में आयोजित अक्सा जामा मस्जिद गद्दियाना में रबी उल अव्वल शरीफ़ के प्रोग्राम को संबोधित करते हुए मौलाना मुइनुद्दीन अशरफ़ी ने व्यक्त किये |


उन्होंने ने कहा बारह रबीउल अव्वल के दिन ख़ुशी मनाना ,गरीब मिसकीनों को खाना खिलाना, मीलाद की महफ़िल सजाना, जुलूस निकालना,परचम लहराना,खूब खूब दरूद पढ़ना,रोज़ा रखना बहुत ही सवाब के काम हैं लिहाज़ा मुसलमानों को चाहिए कि बारह रबीउल अव्वल के अवसर पर अपने आस पास मोहल्लों की साफ़ सफाई का खास ख़याल रखें,घरों और गलियों में चिरागां करें,हरे झंडे लगायें और विलादत की ख़ुशी में लंगर तकसीम करें और जुलूस में दरूदो सलाम पढ़ते हुए अच्छे अन्दाज़ से चलें | इस से पूर्व जलसे का आगाज़ कुरान पाक की तिलावत से हाफिज मो.मसूद अशरफ़ी ने किया | संचालन हाफिज़ मो.मुश्ताक़ ने किया |कारी मो. अहमद अशरफ़ी ने नात व मन्क़बत पेश किये | मुल्क में अमनो शांति और तरक्की की दुआओं और सलातो सलाम पर जलसे का समापन हुआ |


प्रमुख रूप से हाजी हबीब,हाजी सुलेमान,हाजी अज़मत,हाजी इम्तियाज़,हाजी अरबी हसन,सुब्बा अली,शमशाद गाजी,महताब आलम,शेरा,कमरुद्दीन,शकील अहमद,मुन्ना भाई,सबीर अली,मो.आसिफ,वाजिद अली आदि उपस्तिथ रहे।