अयोध्या फैसला : कानपुर में एडीजी, डीएम-एसएसपी संवेदनशील इलाकों में किया पैदल मार्च





कानपुर । अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी ने जिले में घूम घूमकर सतर्कता को परखा जाता रहा। इसके साथ ही कन्ट्रोल रूम से हर स्थिति की मॉनिटरिंग की जाती रही। फैसले को लेकर कोई भी अवांछनीय हरकत न होने पाए, इसके लिए संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में अधिकारी पुलिस बल के साथ ही आरएएफ जवानों के साथ लगातार पैदल मार्च करते रहें। संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल के अलावा अर्धसैनिक बल व पीएसी के साथ मुस्तैद हैं। 

अयोध्या फैसले के बाद पर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश भारी पुलिस बल के साथ संवेदनशील इलाकों में गश्त करते रहें। उन्होंने बड़े चौराहा से लेकर परेड एकता चौकी के बाद मेस्टन रोड सद्भावना चौकी होते हुए मुस्लिम क्षेत्रों में मार्च किया। इस दौरान एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल, एसपी ग्रामीण प्रदुमन सिंह समेत भारी पुलिस के साथ पैदल गश्त की। उन्होंने फैसले को लेकर मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों से वार्तालाप की और शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की। एडीजी ने उर्सला जिला अस्पताल का निरीक्षण करते हुए वहां की भी स्वास्थ्य व्यवस्था को देखा। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी हाल में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। परिसर में मौजूद साइकिल स्टैंड संचालकों को भी हिदायत दी और व्यवस्था ठीक रखने को कहा। आईजी मोहित अग्रवाल भी फ्लीट के साथ ही सतर्कता पर नजर बनाए रखें। 

संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में एडीजी के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव,  जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने आरएएफ के साथ पैदल मार्च कर शांति बनाए रखने की अपील की। जिलाधिकारी व एसएसपी ने सद्भावना चौकी में स्थित कंट्रोल रूम से स्काई बैलून में लगाए गए ड्रोन कैमरे से मुस्लिम क्षेत्रों होने वाली हर गतिविधियों की कई किलोमीटर तक मॉनिटरिंग को जाती रही। इसके अलावा घूम-घूमकर निगरानी करते रहें। 

कल्याणपुर के सबसे संवेदनशील क्षेत्र रोशन नगर में पुलिस अधीक्षक पश्चिम अनिल कुमार ने भारी पुलिस बल, पीएसी के साथ रूट मार्च किया। रूट मार्च के दौरान उन्होंने दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत कर शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की और न्यायालय के फैसले का सम्मान करने की बात कही। बजरिया के अतिसंवेदनशील क्षेत्र फूलमती तिराहे पर फैसले के बाद हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम करते हुए दोनों समुदाय के लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को मिठाई खिलाई। पुलिस बल के साथ दोनों तरफ से जुटे नागरिकों ने नगर व देशवासियों से अपील की कि हमें कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। शांति व सौहार्द बनाए रखना है। कानपुर की गंगा जमुना तहजीब को एक मिसाल के रूप में सबके सामने रखना है। यहां पर अकील मामू, कफील कुरैशी, नौशाद, हाजी निजामुद्दीन, नूरूल इस्लाम, केतकी सिंह, गोविंद पांडेय, नीरज साहू, गोरेलाल, प्रकाश साहू आदि मौजूद रहें। 

       

माहौल बिगाड़ने वालों और सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल पर होगी कड़ी कार्रवाई : डीएम

जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त ने अयोध्या मामले में आखिरी फैसले को लेकर आम जनता से अपील की हैं कि देश हित में सभी लोग अपनी जिम्मेदारी समझे और उसका निर्वहन भी करें। माहौल खराब करने वालों पर सभी थानेदारों के साथ ही अफसर भी नजरें बनाए रखे रहें। 

उन्होंने कहा कि फैसले के बाद लोग सोशल मीडिया का उपयोग सोच समझकर करें। ऐसा कोई भी मैसेज पोस्ट या शेयर न करें, जिससे किसी भी पक्ष की भावनायें आहत होती हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी के उकसाने में न आये। उन्होंने कहा, कोई भी अपरिचित या संदिग्ध व्यक्ति इस तरह के कार्य करें तो उसका खंडन करें और जिला पुलिस और प्रशासन को तुरंत सूचित करें। सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिये कई टीमें निगरानी में लगी हैं। आम लोगों की सुरक्षा के लिये प्रशासन पूरी तरह से कटिबद्ध हैं। उन्होंने कड़ी हिदायत देते कहा कि अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई  की जायेगी। 

अफसरों की तैयारी उपद्रवियों पर भारी

अयोध्या फैसले को लेकर जिस तरह जिला व पुलिस प्रशासन ने तैयारी की गई थी वह पूरी तरह से सही साबित हुई। अफसरों की सख्ती व तैयारी के साथ कार्यवाही का खौफ ऐसा रहा कि कोई भी फैसले के बाद किसी भी प्रकार की हरकत नहीं कर सका। हालात यह रहे कि उपद्रवी भी दुबके रहें और सभी ने पूरे सौहार्द के साथ इस फैसले का एहतराम किया।