कक्ष का लोकापर्ण करतीं पूर्व राज्यमंत्री अर्चना पाण्डेय
गुरसहायगंज (कन्नौज)। जिस प्रकार जीवन में आगे बढने के लिए शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है उसी प्रकार जीवन को सरल व सफल बनाने के लिए संस्कार का होना भी आवश्यक है। इसलिए अभिभावक बच्चों को ऐसे विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कराये जहंा शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी मिले। तभी हम एक अच्छे समाज व राष्ट्र की स्थापना कर संचालन कर सकते है।
यह बात बुधवार को नगर के सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर में लव-कुश कक्ष की पूजा अर्चना कर शुभारम्भ करने के दौरान अपने संबोधन में पूर्व राज्यमंत्री अर्चना पाण्डेय ने कही। इससे पहले उन्होने विधायक निधि से बनवाये गये कक्ष पर लगी शिलापटट पर पूजा अर्चना कर लोकापर्ण किया। इस दौरान प्रबन्धक विजय सिंह कनौजिया, राकेश वर्मा, प्रधानाचार्य राकेश शर्मा आदि के द्वारा पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिंह भेंटकर पूर्व राज्यमंत्री का स्वागत व सम्मान किया गया। इस दौरान बच्चों ने स्वागत गीत व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रबन्ध समिति की ओर से विद्यालय में विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण कराये जाने की मांग को रखा गया। जिसपर पूर्व राज्यमंत्री ने सहमति जताते हुए स्टीमेट बनवाने की बात कही। कहा कि वह विद्यालय के संस्कारों व शिक्षा व्यवस्था से प्रभावित है। शिशु मंदिर में बच्चों को संस्कार व संस्कृति से जोडने का कार्य किया जाता है। जो जीवन में बेहद आवश्यक है। इस दौरान तेजराम कनौजिया, अध्यक्ष शम्भू दयाल गुप्ता, गौरी शंकर वर्मा, बंाके लाल यादव, भाजपा नेता संतोष चतुर्वेदी, पूर्व भाजपा जिला महामंत्री देवेन्द्र देव, राजीव ठाकुर, अमिताभ त्रिपाठी, आरबी शर्मा, हरीओम गुप्ता, ब्रजेश कौशल, परशुराम देवल, आंचल गुप्ता, शैलेष गुप्ता, ग्रीश भान सिंह, आशीष कुमार आदि मौजूद रहे।