पासपोर्ट के लिए आवेदक को थाने बुलाने पर सम्बन्धित के खिलाफ होगी कार्रवाई-डीआईजी

- अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश
- पुलिस की शिकायतों में कमी का दावा 



पत्रकारों से बातचीत करते डीआईजी/नोडल अधिकारी कवीन्द्र प्रताप सिंह।  


फतेहपुर। प्रयागराज परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक/नोडल अधिकारी कवीन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि पासपोर्ट के लिए आवेदक को थाने नहीं बुलाया जायेगा। क्योंकि फोटो का सत्यापन आवेदक द्वारा पासपोर्ट कार्यालय को किये जाने वाले आवेदन में स्वतः रहता है। उन्होने कहा कि यदि आवेदक को थाने बुलाकर अवैध वसूली की शिकायत मिली तो सीधे थाना प्रभारी के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। उन्होने यह भी कहा कि गांव देहात में पासपोर्ट के नाम पर अवैध वसूली करने वाले दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जायेगा। डीआईजी ने दावा किया कि रात्रि भ्रमण के दौरान पुलिस विभाग की जन सामान्य से कोई भी शिकायत नहीं मिली। उन्होने दावा किया कि पहले की अपेक्षा पुलिस की शिकायतों में कमी आयी है। 
दो दिवसीय जनपद भ्रमण पर आये नोडल अधिकारी कवीन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा नोडल अधिकारियों को नामित करने के पीछे पुलिस सहित सभी विभागों के अधिकारियों को संवेदनशील बनाना है। इसके अलावा अन्य विभागों का सहयोग भी लिया जाना है।


उन्होने बताया कि जिलाधिकारी, खनिज विभाग, वन, परिवहन, विद्युत, अभियोजन के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करके छवि को सामान्य बनाने के साथ-साथ सभी विभागों की सहयोगात्मक भूमिका पर जोर देना है। उन्होने बताया कि आईजीआरएस, डायल-100 व मुख्यमंत्री हेल्पलाइन जैसी सेवाओं में गुणवत्ता भी लाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होने बताया कि महिला उत्पीड़न व एससीएसटी अपराधों पर प्रभावी पैरवी करके दोषियों को सजा दिलाने के लिए एसपी, एएसपी, सीओ खुद भी पैरवी करें। नोडल अधिकारी ने जहां रात्रि भ्रमण के दौरान करीब सवा दो घण्टे हाईवे का जायजा लिया वहीं बुधवार की सुबह जिला कारागार का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक भी साथ रहे। निरीक्षण के दौरान तेरह पुरूष व एक महिला बैरिक में तेरह सौ बंदी मिले। नोडल अधिकारी ने अधीक्षक कारागार से भी जेल की व्यवस्थाओं की बाबत जानकारी ली।


उन्होने बताया कि बीमार बंदियों को इलाज के लिए गैर जनपद ले जाने के लिए द्वितीय व चैथा शनिवार निर्धारित किया गया है। क्योंकि इन छुट्टियों में पुलिस कर्मी उपलब्ध रहेंगे। नोडल अधिकारी ने जिला कारागार में बचे हुए भोजन को फिकवाने के बजाये उन्हें गौशालाओं में भेजने के लिए जेल अधीक्षक को निर्देश दिये। नोडल अधिकारी ने गाजीपुर थाने का निरीक्षण किया। जहां पर साफ-सफाई तो बेहतर मिली लेकिन अभिलेखों के रख-रखाव में खामियां पायीं। इस पर एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिये। नोडल अधिकारी ने पुलिस लाइन की साफ-सफाई पर संतोष जाहिर किया। उन्होने पुलिस लाइन में खड़े खराब वाहनों की मरम्मत कराने की हिदायत दी।


नोडल अधिकारी ने जनता से सद्व्यवहार करने, लम्बित विवेचनाओं का निस्तारण करने तथा अपराध नियंत्रण के लिए एसपी को निर्देश दिये। नोडल अधिकारी ने जिले में सकुशल त्योहार सम्पन्न कराये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अधीनस्थों को शाबाशी दी। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक रमेश, अपर पुलिस अधीक्षक पूजा यादव सहित अधिकारी मौजूद रहे।