- आजादी की पूर्व की भांति डरी हुई है जनता, जरुरी है पत्रकार सुरक्षा कानून
कानपुर । गणेश शंकर विद्यार्थी की 130वीं जयंती पर मंगलवार को कानपुर आये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की तानाशाही रवैये के चलते लोगों की आवाज और लेखनी पूरी तरह से दब चुकी है। लोकतांत्रिक देश के लिए यह अशुभ है और इसके लिए जनता को आगे आना चाहिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के हालात इस कदर गड़बड़ हो गये हैं कि न तो कोई स्वतंत्र बोल सकता है और न ही लिख सकता है। ऐसा ही हाल देश की आजादी के पहले था और अंग्रेजों ने लंबे समय तक शासन किया। उन्होंने भारतीय पत्रकारिता के शिखर पुरुष व महान स्वतंत्रता सेनानी और हिंदू मुस्लिम एकता के अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने पत्रकारिता के जरिये आंदोलन को आगे बढ़ाया। आज देश फिर उसी स्थित में खड़ा हो गया है और ऐसे में पत्रकारों को आगे आना चाहिये। जिससे देश में लोकतंत्र बना रहे। हमारी सरकार पत्रकारों की समस्याओं का ख्याल रखते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने जा रही है। इसके साथ ही डाक्टर सुरक्षा कानून भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग कहते थे कि सरकार आने के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश को पानी में डाल देंगे पर हो कुछ नहीं रहा है। यह जरुर हो रहा है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश का रोज नाम ले लेकर जनता को असल मुद्दों से भटकाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ देश का विभाजन करने वाले सावरकर को भारत रत्न दिये जाने की तैयारी की जा रही है। इस दौरान स्वतंत्रता सेनानियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री, सर्वेश पाण्डेय, सुरेश गुप्ता, संजय कटियार आदि मौजूद रहें।
कुर्मि क्षत्रिय महासभा ने किया स्वागत
गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती कार्यक्रम से पहले नौबस्ता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और कुर्मी क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं ने सीएम का गर्मजोशी से स्वागत किया। बड़ी संख्या में आए हुए लोगों के बीच मुख्यमंत्री भी काफी उत्साहित नजर आए। जिसके बाद उन्हें तलवार भेट कर के सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पूर्व सांसद राकेश सचान के द्वारा आयोजित किया गया था। वहीं सीएम बघेल ने कुर्मी क्षत्रिय महासभा का आभार व्यक्त किया और अपने सम्बोधन में उन्होंने समाज को एक करने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के हालात इस कदर गड़बड़ हो गये हैं कि न तो कोई स्वतंत्र बोल सकता है और न ही लिख सकता है। ऐसा ही हाल देश की आजादी के पहले था और अंग्रेजों ने लंबे समय तक शासन किया। उन्होंने भारतीय पत्रकारिता के शिखर पुरुष व महान स्वतंत्रता सेनानी और हिंदू मुस्लिम एकता के अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने पत्रकारिता के जरिये आंदोलन को आगे बढ़ाया। आज देश फिर उसी स्थित में खड़ा हो गया है और ऐसे में पत्रकारों को आगे आना चाहिये। जिससे देश में लोकतंत्र बना रहे। हमारी सरकार पत्रकारों की समस्याओं का ख्याल रखते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने जा रही है। इसके साथ ही डाक्टर सुरक्षा कानून भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग कहते थे कि सरकार आने के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश को पानी में डाल देंगे पर हो कुछ नहीं रहा है। यह जरुर हो रहा है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश का रोज नाम ले लेकर जनता को असल मुद्दों से भटकाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ देश का विभाजन करने वाले सावरकर को भारत रत्न दिये जाने की तैयारी की जा रही है। इस दौरान स्वतंत्रता सेनानियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री, सर्वेश पाण्डेय, सुरेश गुप्ता, संजय कटियार आदि मौजूद रहें।
कुर्मि क्षत्रिय महासभा ने किया स्वागत
गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती कार्यक्रम से पहले नौबस्ता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और कुर्मी क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं ने सीएम का गर्मजोशी से स्वागत किया। बड़ी संख्या में आए हुए लोगों के बीच मुख्यमंत्री भी काफी उत्साहित नजर आए। जिसके बाद उन्हें तलवार भेट कर के सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पूर्व सांसद राकेश सचान के द्वारा आयोजित किया गया था। वहीं सीएम बघेल ने कुर्मी क्षत्रिय महासभा का आभार व्यक्त किया और अपने सम्बोधन में उन्होंने समाज को एक करने की बात कही।