महिला अपराध की शिकायतें प्राथमिकता से सुनी जाएं : एडीजी कानून व्यवस्था






- एडीजी कानून व्यवस्था ने थाने का किया निरीक्षण, स्वच्छता पर की प्रशंसा


कानपुर । शासन की मंशा के अनुसार अपराध पर पुलिस सख्त रुख बरकरार रखे, जिससे जनपद में अपराध पर लगाम लगाया जा सके। इसके साथ ही महिलाओं से संबंधित शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुनी जाये और उनका निराकरण भी किया जाये। किसी भी पीड़ित को थाने पर परेशान न किया जाये और उससे मित्रवत व्यवहार कर पुलिस की छवि में निखार लाया जाये। यह बातें शनिवार को कानपुर दौरे पर आये एडीजी कानून व्यवस्था पीवी रामा शास्त्री ने कहीं।
उन्होंने कानपुर जनपद में अपराध को रोकने के लिए हो रहे हॉफ इनकाउंटर को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव की प्रशंसा भी की। कहा कि अपराधी कितनी भी पहुंच वाला हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिये, जिससे जनता में पुलिस का विश्वास बन सके। जांच निष्पक्ष हो और दोषी लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई होनी चाहिये और थाने में आने वाले फरियादियों को दुत्कारा न जाये, जिससे पीड़ित बिना भय के अपनी समस्याओं को बता सके। 
पुलिस कर्मियों के फूले हाथ पांव - शनिवार को एडीजी ला एंड ऑर्डर पीवी रामा शास्त्री कानपुर जिले का मुआयना करने पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले चकेरी थाना क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके आगमन की सूचना पर पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए। थाने के निरीक्षण के दौरान निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि सीसीटीवी का उपयोग करना पुलिसकर्मी जान लें साथ ही यूपी कॉप एप को ज्यादा से ज्यादा पब्लिसिटी की जाए। वहीं थाने में कुछ देर रुकने के बाद वह पुलिस लाइन पहुंच गए,ं जहां उन्होंने आलाधिकारियो के साथ मीटिंग की। बैठक के दौरान आईजी मोहित अग्रवाल,एसएसपी अनंत देव समेत पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहें। 
पूछा सबका परिचय - इस दौरान एडीजी ला एंड ऑर्डर मीटिंग शुरु होने से पहले सबका परिचय पूछा और मीटिंग को आगे बढ़ाते हुए जनपद को कैसे अपराधमुक्त बनाना है और अब तक क्या कार्य हुए है जिसकी जानकारी की और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। एडीजी ला एंड ऑर्डर ने बैठक के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि बढ़ते हुए साइबर क्राइम पर कैसे काबू हो जिसके लिए वर्कशाप कराई जाए। जीरो क्राइम ज़ीरो करप्शन कैसे हो जिसके लिए रुपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। दंगा इत्यादि पर विशेष निगाह बनाये रखे और तय समय से किसी भी क्राइम का निस्तारण कर दें। किसी भी केस की इन्वेस्टिगेशन व विवेचना सही तरह से हो। कोई निर्दोष न फंसे इस बात का ध्यान दिया जाए। 
संतुष्ट दिखाई दिये एडीजी - उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज यहाँ थाने स्तर व जिले की कानून व्यवस्था का आंकलन किया है जहां वे क्राइम और ला एंड ऑर्डर पर संतुष्ट दिखाई दिए। तो वहीं कुछ पॉइंट पर अभी भी काम करने की जरुरत है, जिसके लिए निर्देशित किया। कहा कि मुख्य बिंदु ये है कि इन्वेस्टिगेशन की ज्यादा जरुरत है विवेचना में लोगों को संतुष्टि देना आवश्यक है। गलत कोई न फंसे इस बात का ध्यान होना चाहिए। जो भी क्राइम है उस पर नियंत्रण करने की जरुरत है। बच्चा चोरी के सवाल पर कहा कि कानून कोई हाथ में नहीं लेगा यदि कोई समस्या है तो पुलिस को सूचना दें। ऐसी स्थिति में लोगों को कानून अपने हाथ मे नहीं लेना चाहिए। फर्जी असलहे मामले में कहा कि जो भी परेशानियां आ रही है उसे आईजी स्तर पर दिखवाएंगे।