हालते नमाज़ मे रूह परवाज़ कर गई





  • बेगमपुरवा की रज़ा मस्जिद का मामला


कानपुर:यक़ीनन अल्लाह के कुछ ऐसे भी नेक बन्दे हैं जिनसे अल्लाह राज़ी होता है तो अपना करिश्मा इस तरह दिखा देता है जहाँ तक लोगो की सोच नही जाती यूँ तो रोज़ाना बहुत लोग अल्लाह को प्यारे हो जाते है लेकिन बेगमपुरवा के मोहम्मद सलीम रोज़ाना पाँचो वक्त की नमाज़ पढ़ते हैं इतवार को जब वह रज़ा जामा मस्जिद मे नमाज़े इशा अदा कर रहे थे जमात के साथ जैसे ही तीसरी रकाअत मे सजदे मे गए तो उनकी रूह परवाज़ कर गई जब यह बात इलाके के लोगो को मालुम हुई तो हज़ारो की तादाद मे लोग उनके घर पहँच गए और हर किसी की ज़ुबान पर बस यही था कि कितनी अच्छी मौत हुई तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी भी अपनी टीम के साथ मौक़े पर पहुँचे और उनके परिवार के लोगो से मुलाकात कर उनके गम मे शरीक हुए मरहूम की नमाज़े जनाज़ा मे बड़ी तादाद मे लोग शामिल हुए मरहूम मोहम्मद सलीम का बेटा मोहम्मद फैसल ने बताया कि मेरे वालिद पाँचो वक्त के नमाज़ी थे नेक परहेजगार थे अब वह हमारे बीच नही रहे हाफिज़ फैसल जाफरी ने कहा कि इस तरह की मौत दुनिया वालो के लिए एक सबक़ है मुसलमानो को चाहिए कि गुनाहों से तौबा करें नमाज़ की पाबंदी करें अपने रब को राज़ी करने के साथ उसकी खुशनुदी हासिल करे!